Bihar small Entrepreneur योजना राज्य सरकार द्वारा छोटे और मझोले उद्यमों को वित्तीय सहायता प्रदान करने के लिए शुरू की गई है। इस योजना का उद्देश्य आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों को व्यवसाय स्थापित करने के लिए प्रोत्साहित करना और उन्हें आत्मनिर्भर बनाना है। इस लेख में हम इस योजना के विभिन्न पहलुओं, दूसरी किस्त प्राप्त करने की प्रक्रिया और उपयोगिता प्रमाणपत्र के महत्व पर विस्तार से चर्चा करेंगे।
योजना की पृष्ठभूमि
Bihar Mukhyamantri small Entrepreneur योजना के अंतर्गत, सरकार ने लगभग 40,000 लाभुकों को पहले चरण में ₹5 लाख की राशि वितरित की है। इस राशि का उद्देश्य छोटे व्यवसाय स्थापित करना और रोजगार सृजन करना है। इस योजना का लाभ उठाने के लिए कुछ आवश्यक कदम और प्रक्रियाएं हैं, जिन्हें लाभुकों को पालन करना होगा।
Bihar small Entrepreneur Yojana की पहली किस्त का उपयोगिता प्रमाणपत्र
उपयोगिता प्रमाणपत्र क्या है?
उपयोगिता प्रमाणपत्र (Utilization Certificate) यह प्रमाणित करता है कि प्राप्त वित्तीय सहायता का सही और प्रभावी उपयोग हुआ है। इस प्रमाणपत्र में लाभुकों को यह बताना होगा कि उन्होंने पहले मिले पैसे का उपयोग कैसे किया। यह प्रमाणपत्र योजना के लिए आवश्यक है ताकि सरकार यह सुनिश्चित कर सके कि सहायता का सही उपयोग हो रहा है।
आवश्यक दस्तावेज़
- जीएसटी बिल: आपने जो सामग्री या सेवाएं खरीदी हैं, उनके बिल।
- खर्च की गई राशि का विवरण: किस मद पर कितनी राशि खर्च की गई।
- बैंक ट्रांजैक्शन रसीदें: यह प्रमाणित करने के लिए कि धन का उपयोग व्यवसाय में किया गया है।
उपयोगिता प्रमाणपत्र जमा करने की प्रक्रिया
कदम | विवरण |
---|---|
1. प्रमाणपत्र तैयार करें | पहले किस्त के पैसे का उपयोग कैसे किया गया, इसकी जानकारी दें। |
2. दस्तावेज़ संकलित करें | सभी आवश्यक दस्तावेज़ जैसे जीएसटी बिल और खर्च के प्रमाण एकत्र करें। |
3. पोर्टल पर अपलोड करें | https://udyami.bihar.gov.in/ पर निर्धारित समय पर अपना प्रमाणपत्र अपलोड करें। |
दूसरी किस्त की प्रक्रिया
बिहार लघु उद्यमी योजना के तहत दूसरी किस्त प्राप्त करने के लिए लाभुकों को निम्नलिखित कदम उठाने होंगे:
1. उपयोगिता प्रमाणपत्र अपलोड करना
बिहार सरकार ने एक पोर्टल विकसित किया है जहां लाभुकों को अपना उपयोगिता प्रमाणपत्र अपलोड करना होगा। यह प्रक्रिया जल्द ही शुरू होने वाली है, और लाभुकों को इसके लिए तैयार रहना चाहिए।
2. प्रशिक्षण प्राप्त करना
इस योजना में भाग लेने वाले लाभुकों को 6 दिनों का प्रशिक्षण दिया जाता है। यह प्रशिक्षण उनके व्यवसाय को संचालित करने के लिए आवश्यक कौशल और जानकारी प्रदान करता है। लाभुकों को इस प्रशिक्षण में भाग लेना अनिवार्य है।
3. दूसरी किस्त की राशि
दूसरी किस्त में लाभुकों को ₹1 लाख की राशि दी जाएगी। यह राशि पहले किस्त के उपयोग की पुष्टि के बाद ही दी जाएगी। तीसरी किस्त में ₹50,000 का भुगतान किया जाएगा।
योजना का उद्देश्य और महत्व
बिहार सरकार का यह प्रयास राज्य के आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों को सशक्त बनाना है। इस योजना के माध्यम से, सरकार ने 6000 मासिक आय से कम वाले परिवारों को चिन्हित किया है और उन्हें व्यवसाय स्थापित करने के लिए अनुदान प्रदान कर रही है। इस योजना का महत्व निम्नलिखित है:
- आत्मनिर्भरता: आर्थिक सहायता से लाभुकों को अपने व्यवसाय शुरू करने और आत्मनिर्भर बनने का अवसर मिलता है।
- रोजगार सृजन: छोटे व्यवसायों के माध्यम से नए रोजगार के अवसर उत्पन्न होते हैं।
- आर्थिक विकास: यह योजना राज्य के आर्थिक विकास में योगदान देती है, जिससे समग्र विकास संभव हो सके।
FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न)
1. क्या सभी लाभुकों को प्रशिक्षण प्राप्त करना अनिवार्य है?
हाँ, सभी लाभुकों को 6 दिनों का प्रशिक्षण प्राप्त करना आवश्यक है। यह प्रशिक्षण उनके व्यवसाय को सफलतापूर्वक संचालित करने में मदद करेगा।
2. उपयोगिता प्रमाणपत्र जमा करने की समय सीमा क्या है?
उपयोगिता प्रमाणपत्र जमा करने की समय सीमा पोर्टल के सक्रिय होने पर निर्धारित की जाएगी। लाभुकों को समय पर अपनी प्रक्रिया पूरी करनी होगी।
3. क्या दूसरी किस्त प्राप्त करने के लिए पहले किस्त का उपयोगिता प्रमाणपत्र आवश्यक है?
हाँ, दूसरी किस्त प्राप्त करने के लिए पहले किस्त का उपयोगिता प्रमाणपत्र अनिवार्य है। यह प्रमाणपत्र यह दर्शाता है कि पहले मिली राशि का सही उपयोग हुआ है।
निष्कर्ष
Bihar small Entrepreneur योजना छोटे व्यवसायियों के लिए एक सुनहरा अवसर है। लाभुकों को चाहिए कि वे समय पर अपने उपयोगिता प्रमाणपत्र को तैयार करें और आवश्यक दस्तावेज़ों के साथ अपलोड करें। इस प्रक्रिया को पूरा करने से उन्हें दूसरी किस्त का लाभ मिलेगा, जो उनके व्यवसाय को आगे बढ़ाने में मदद करेगी।
इस योजना की सफलतापूर्वक कार्यान्वयन के लिए सभी लाभुकों को जागरूक रहना होगा और सरकार द्वारा जारी की गई सभी निर्देशों का पालन करना होगा। आपकी मेहनत और सही दिशा में प्रयास से आप अपने व्यवसाय को सफल बना सकते हैं।